ॐ शिवे भगवे भक्षे भगे भंग क्षोभय क्षोभय मोहय मोहय छदाय छदाय कलेटय क्लीं शरीरे ओम फट स्वाहा इस तरह करने से ये मंत्र और मिश्रण अभिमन्त्रण हो जाता है. कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए. You needs to have heard about https://sergiomortu.blogsumer.com/33979874/the-definitive-guide-to-tara