होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥२१॥ सब सुख लहै तुह्मारी सरना । ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।। अंजनीगर्भ संभूत कपीन्द्र सचिवोत्तम । कंचन बरन बिराज सुवेसा। कानन कुण्डल कुंचित केसा॥ सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रक्षक काहू को डरना॥ जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥१॥ राम दूत https://24by7directory.com/listings13217225/a-simple-key-for-hanuman-mantra-unveiled